कंप्यूटर की परिभाषा क्या है? यह सवाल अक्सर परीक्षाओं में पूछा जाता है।कंप्यूटर हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का एक अभिन्न हिस्सा बन चुका है। कंप्यूटर के बिना हमारी जिंदगी अधूरी है। तो आइए इस लेख के द्वारा हम computer ki paribhasha को समझने की कोशिश करते हैं।
अब आप शायद सोच रहे होंगे कि यह इनपुट, प्रोसेस और आउटपुट क्या होता है ?तो चलिए समझते हैं इन्हें सरल भाषा में :-
इनपुट(Input):- निर्देश जो कि उपयोगकर्ता द्वारा कंप्यूटर को दिए जाते हैं।
प्रोसेस(Process):- कंप्यूटर द्वारा हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की मदद से दिए गए निर्देश पर की जाने वाली क्रिया को प्रोसेसिंग कहते हैं।
आउटपुट (Output):- कंप्यूटर द्वारा दिए गए परिणाम को आउटपुट कहा जाता है।
१) Analog कंप्यूटर:- ऐसे कंप्यूटर जो भौतिक मात्राओं को नापते हैं उन्हें एनालॉग कंप्यूटर कहा जाता है।Analog कंप्यूटर भौतिक मात्राएँ जैसे- दाब (Pressure), तापमान (Temperature), लम्बाई (Length), ऊचाई (Height) आदि को मापकर उनके परिमाप अंको में व्यक्त करते है। इनका उपयोग science और विज्ञान के छेत्रों में ज्यादा किया जाता है क्योंकि इन छेत्रों में भौतिक मात्राओं का अधिक उपयोग होता है।
२) Digital कंप्यूटर:- ऐसे कंप्यूटर जो अंकों की गरणा करते हैं उन्हें digital कंप्यूटर कहा जाता है। इसमें सभी प्रकार के इनपुट व आउटपुट अंको के रूप में होता है जो Machine या Binary Code (0, 1) कहलाता है।Digital कंप्यूटर सबसे सर्वाधिक प्रयोग में आने वाले कम्प्यूटर्स होते हैं। इनका उपयोग ऑफिस, कॉलेज, स्कूल, दुकान, रेलवे, बैंक, आदि जैसे स्थानों पर किया जाता है। डेस्कटॉप, लैपटॉप, मोबाइल, डिजिटल घड़ी आदि डिजिटल कम्प्यूटर्स के उदहारण हैं।
३) Hybrid कंप्यूटर:- ऐसे कंप्यूटर जिनमें एनालॉग और डिजिटल कंप्यूटर दोनों की ही विषेशताएँ हों उन्हें हाइब्रिड कंप्यूटर कहा जाता है। हाइब्रिड कंप्यूटर अंको की गणना करने के साथ-साथ मात्राओं को मापने में भी सक्षम होते हैं। उदाहरण के तौर पर जब आप किसी अस्पताल में जाते हो तो वहां पर लगा हुआ कंप्यूटर हाइब्रिड कंप्यूटर होता है जिसके द्वारा किसी भी मरीज के तापमान, ब्लड प्रेशर, धड़कन आदि को मापा जा सकता है और अंकों में व्यक्त किया जा सकता है। पेट्रोल पंप में लगी हुई मशीन भी हाइब्रिड कंप्यूटर होती है जो पेट्रोल की मात्रा मापने के साथ साथ मूल्य की गणना भी अंकों में व्यक्त करती है।
हर कंप्यूटर दो बुनियादी घटकों से बने होते हैं :-
Hardware:- कंप्यूटर हार्डवेयर कंप्यूटर सिस्टम के भौतिक भागों का एक संग्रह होता है। कंप्यूटर में हर वो चीज जिसे आप छू सकते हैं और महसूस कर सकते हैं उसे हम हार्डवेयर कहते हैं। उदाहरण के तौर पर हार्ड ड्राइव, माउस, सीपीयू, कीबोर्ड, स्क्रीन आदि।
Software:- भौतिक अस्तित्व ना होने के कारण आप कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर को ना तो देख सकते हैं और ना ही छू सकते हैं। कंप्यूटर सॉफ्टवेयर डेटा या फिर कंप्यूटर निर्देशों का एक संग्रह होता है जो कंप्यूटर को काम करने का तरीका बताता है। सॉफ्टवेयर के अंतर्गत ऑपरेटिंग सिस्टम और सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन आते हैं। कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर को काम करने के लिए एक दूसरे की आवश्यकता होती है और दोनों ही एक दूसरे पर निर्भर होते हैं।
कंप्यूटर का आविष्कार:-
कंप्यूटर का आविष्कार एक ब्रिटिश गणितज्ञ (Charles Babbage) द्वारा 19सवी सदी में किया गया था। Charles Babbage को कंप्यूटर का जनक (Father of Computer) भी कहा जाता है।
कंप्यूटर का full फॉर्म इंग्लिश में :-
C-Commonly, O-Operated, M-Machine, P-Particularly, U-Used For, T-Technical, E-Educational, R-Research.
कंप्यूटर की परिभाषा हिंदी में :-
कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन या डिवाइस होता है जिसे हिंदी में गणक या फिर संगणक भी कहा जाता है।इसे गणक या संगणक इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसकी उत्पत्ति इंग्लिश के compute शब्द से हुई है जिसका अर्थ गणना करना होता है।कंप्यूटर का इस्तमाल लोग हर छेत्र में अपने काम को आसान बनाने के लिए करते हैं। कंप्यूटर को कार्य करवाने के लिए उपयोगकर्ता द्वारा इनपुट दिया जाता है। एक बार इनपुट प्राप्त करने के बाद फिर कंप्यूटर उस इनपुट को प्रोसेस करता है और उपयोगकर्ता के निर्देश अनुसार रिजल्ट या फिर आउटपुट प्रदान करता है।
अब आप शायद सोच रहे होंगे कि यह इनपुट, प्रोसेस और आउटपुट क्या होता है ?तो चलिए समझते हैं इन्हें सरल भाषा में :-
इनपुट(Input):- निर्देश जो कि उपयोगकर्ता द्वारा कंप्यूटर को दिए जाते हैं।
प्रोसेस(Process):- कंप्यूटर द्वारा हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की मदद से दिए गए निर्देश पर की जाने वाली क्रिया को प्रोसेसिंग कहते हैं।
आउटपुट (Output):- कंप्यूटर द्वारा दिए गए परिणाम को आउटपुट कहा जाता है।
वैसे तो कंप्यूटर के बहुत सारे प्रकार होते हैं लेकिन इस लेख में हमने कंप्यूटर को उसकी कार्य प्रणाली के अनुसार विभाजित कर दिया है। कार्य प्रणाली के अनुसार कंप्यूटर के तीन प्रकार होते हैं:-
१) Analog कंप्यूटर:- ऐसे कंप्यूटर जो भौतिक मात्राओं को नापते हैं उन्हें एनालॉग कंप्यूटर कहा जाता है।Analog कंप्यूटर भौतिक मात्राएँ जैसे- दाब (Pressure), तापमान (Temperature), लम्बाई (Length), ऊचाई (Height) आदि को मापकर उनके परिमाप अंको में व्यक्त करते है। इनका उपयोग science और विज्ञान के छेत्रों में ज्यादा किया जाता है क्योंकि इन छेत्रों में भौतिक मात्राओं का अधिक उपयोग होता है।
२) Digital कंप्यूटर:- ऐसे कंप्यूटर जो अंकों की गरणा करते हैं उन्हें digital कंप्यूटर कहा जाता है। इसमें सभी प्रकार के इनपुट व आउटपुट अंको के रूप में होता है जो Machine या Binary Code (0, 1) कहलाता है।Digital कंप्यूटर सबसे सर्वाधिक प्रयोग में आने वाले कम्प्यूटर्स होते हैं। इनका उपयोग ऑफिस, कॉलेज, स्कूल, दुकान, रेलवे, बैंक, आदि जैसे स्थानों पर किया जाता है। डेस्कटॉप, लैपटॉप, मोबाइल, डिजिटल घड़ी आदि डिजिटल कम्प्यूटर्स के उदहारण हैं।
३) Hybrid कंप्यूटर:- ऐसे कंप्यूटर जिनमें एनालॉग और डिजिटल कंप्यूटर दोनों की ही विषेशताएँ हों उन्हें हाइब्रिड कंप्यूटर कहा जाता है। हाइब्रिड कंप्यूटर अंको की गणना करने के साथ-साथ मात्राओं को मापने में भी सक्षम होते हैं। उदाहरण के तौर पर जब आप किसी अस्पताल में जाते हो तो वहां पर लगा हुआ कंप्यूटर हाइब्रिड कंप्यूटर होता है जिसके द्वारा किसी भी मरीज के तापमान, ब्लड प्रेशर, धड़कन आदि को मापा जा सकता है और अंकों में व्यक्त किया जा सकता है। पेट्रोल पंप में लगी हुई मशीन भी हाइब्रिड कंप्यूटर होती है जो पेट्रोल की मात्रा मापने के साथ साथ मूल्य की गणना भी अंकों में व्यक्त करती है।
हर कंप्यूटर दो बुनियादी घटकों से बने होते हैं :-
Hardware:- कंप्यूटर हार्डवेयर कंप्यूटर सिस्टम के भौतिक भागों का एक संग्रह होता है। कंप्यूटर में हर वो चीज जिसे आप छू सकते हैं और महसूस कर सकते हैं उसे हम हार्डवेयर कहते हैं। उदाहरण के तौर पर हार्ड ड्राइव, माउस, सीपीयू, कीबोर्ड, स्क्रीन आदि।
Software:- भौतिक अस्तित्व ना होने के कारण आप कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर को ना तो देख सकते हैं और ना ही छू सकते हैं। कंप्यूटर सॉफ्टवेयर डेटा या फिर कंप्यूटर निर्देशों का एक संग्रह होता है जो कंप्यूटर को काम करने का तरीका बताता है। सॉफ्टवेयर के अंतर्गत ऑपरेटिंग सिस्टम और सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन आते हैं। कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर को काम करने के लिए एक दूसरे की आवश्यकता होती है और दोनों ही एक दूसरे पर निर्भर होते हैं।
कंप्यूटर का आविष्कार:-
कंप्यूटर का आविष्कार एक ब्रिटिश गणितज्ञ (Charles Babbage) द्वारा 19सवी सदी में किया गया था। Charles Babbage को कंप्यूटर का जनक (Father of Computer) भी कहा जाता है।
कंप्यूटर का full फॉर्म इंग्लिश में :-
C-Commonly, O-Operated, M-Machine, P-Particularly, U-Used For, T-Technical, E-Educational, R-Research.
कंप्यूटर की परिभाषा इंग्लिश में:-
The word Computer is derived from the word "Compute" in the English language, which means "to calculate", & because of its meaning, it is also called a calculator.Computer is an electronic device which works according to the stored program in its memory. Input is given to the computer to work, then the computer provides us with the output according to the programmed process. The computer mainly performs three functions:-
1) Input Data (giving data to computer)
2) Processing (Processing data)
3) OutPut (showing processed data)
निष्कर्ष:-
उम्मीद करते हैं कि इस लेख में हमने कंप्यूटर को सही तरीके से परिभाषित किया और आपको कंप्यूटर की परिभाषा क्या है? समझ में आ गई होगी। अगर आपको लगे इस लेख में कोई भी सुधार की जरूरत है तो आप हमें बेझिझक सूचित कर सकते हैं और हां अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ facebook ,twitter आदि जैसे सोशल networks पर शेयर करना बिल्कुल भी ना भूलें।
और पढ़ें :- कंप्यूटर की विशेषताएँ क्या हैं ?
Tags:
Computer